20 साल के अध्ययन के परिणामों का विश्लेषण करने के बाद हार्वर्ड के शोधकर्ताओं ने पाया है कि काम से संबंधित तनाव से महिलाओं में दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। नौकरीपेशा 17,415 प्रतिभागियों पर जब शोधकर्ताओं ने अध्ययन किया तो चौकाने वाले परिणाम सामने आए। शोधकर्ताओं ने पाया कि कार्यस्थल पर कम तनाव लेने वाले की तुलना में जो महिला ज्यादा तनाव लेती है उन्हें हार्ट अटैक के लिए 88 प्रतिशत अधिक जोखिम का सामना करना पड़ता है।
एक और अध्ययन से पता चलता है कि महिलाओं में नौकरी के तनाव से हृदय स्वास्थ्य पर प्रभाव तत्काल और दीर्घकालिक दोनों रहता है। एक अध्ययनकर्ता के मुताबिक “आपकी नौकरी सकारात्मक और नकारात्मक तरीके से आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। इसलिए नौकरी के तनाव पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है।“
यदि आप ऑफिस में तनाव से ग्रसित हैं तो इससे छुटकारा पाने के लिए आप कुछ तरीकों को अपना सकते हैं।
प्रभावशाली ढ़ंग से संवाद करना
कार्यस्थल पर तनाव का सबसे बड़ा कारण यही है कि अपने सीनियर या जुनियर से प्रभावशाली ढ़ंग से संवाद नहीं कर पाते। संवाद या कनेक्टिविटी न होने की वजह से अंदर ही अंदर तनाव बढ़ता है। जो लोग संवाद करने में माहिर हैं वह तनाव के कम शिकार होते हैं।
ऑफिस में तनाव की वजहों को पहचाने
उन लोगों से दूरी बनाएं जो हर समय नकारात्मक बाते करते हैं। उनकी बातें तनावपूर्ण भावनाओं का कारण बनते हैं। इसके अलावा एक समय में एक ही काम करें। वह चीज करिए जहां से आपको सकारात्मक उर्जा मिलती है।
पौष्टिक आहारों का सेवन कीजिए
ऑफिस के तनाव को खुद से दूर रखना है तो अपनी डाइट में ऐसे आहारों को शामिल करें जो पौष्टिकता और तरलता से भरपूर हो। आप ताजे फलों और ताजी हरी सब्जियों का ज्यादा सेवन करें। खुद को स्वस्थ्य रखने के लिए आप चाहे तो जूस भी पी सकते हैं।
हमेशा सक्रिय रहें
व्यायाम तनाव को कम कर देता है, जिससे मस्तिष्क को बहुत ही अच्छा लगता है। इससे आप अपनी कुंठाओं और निराशाओं को दूर रखकर अपने काम पर ध्यान लगा सकते हैं। इसके अलावा व्यायाम आपके मूड को हमेशा साकारात्मक भी रखता है। आपको बता दें कि शारीरिक गतिविधि नींद में सुधार लाता है और तनाव के स्तर को कम कर सकता है। इससे नियंत्रण की भावना पैदा होती है।
नियमित रूप से योगा करें
ऑफिस में खुद को तनाव से दूर रखना है और हार्ट अटैक से बचना है तो नियमित रूप से योगा कीजिए। योगा आपके मन को मजबूत बनाता है जिससे आप छोटी-छोटी बातों से परेशान नहीं होते। हार्वर्ड हेल्थ पब्लिकेशंस ने एक 2005 के जर्मन अध्ययन का हवाला दिया जिसमें पाया गया कि सप्ताह में दो दिन 90 मिनट की योग क्लास लेने वाली महिलाओं में चिंता, अवसाद और तनाव से संबंधित लक्षणों में सुधार देखने को मिला है।
अपने शरीर में पानी की कमी न होने दें
शरीर में पानी की कमी आपको कई बीमारियों का शिकार बना सकती हैं। इससे न केवल आप डिहाइड्रेशन के शिकार हो सकते हैं बल्कि आपको चिड़चिड़ा और तनाव की समस्या भी उत्पन हो सकती हैं। इसलिए ऑफिस में आप पानी पीने की मात्रा को कम न होने दें।