क्या आप रोज के खाने से परेशान हो गए हैं, तो आपको कुछ नया ट्राई करना चाहिए। कुछ ऐसा जिससे न केवल आपका पेट भरे बल्कि आपको पौष्टिक तत्व भी मिले। चावल और आटा अपने आप में पौष्टिक खाद्य पदार्थ है अगर आप इनकी जगह दूसरी चीज ट्राई करना चाहते हैं तो आप बाजरे की रोटी, कुट्टू का आटा या फिर अमरनाथ आटा भी खा सकते हैं। ये भी खाने में बहुत ही पौष्टिक है। आइए इन आहारों के बारे में जानते हैं।
किचन में ये 5 पौष्टिक स्वास्थ्यवर्धक आहार जरूर रखें
#1 बाजरा है लाभकारी
आज भी भारत में बाजरे की खेती होती है। बाजरा जिसे वैकल्पिक रूप से ‘छोटी बाजरा’ के रूप में जाना जाता है, इसे असानी से पकाया जा सकता है। यह ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत है। प्रोटीन और फाइबर के साथ समृद्ध बाजरे को आप कभी-कभी चावल के स्थान पर खा सकते हैं।
#2 सेंधा नमक और काला नमक
सेंधा नमक जिसे हम काला नमक के नाम जानते हैं, कई रोगों में इसके बहुत ही फायदे हैं। यह न केवल दांतों के लिए कारगर है बल्कि इसमें कुछ ऐसे खनिज लवण मौजूद होते हैं जो वसा को कम करने का काम करते हैं।
यह गले के साथ पाचन समस्याओं को दूर करने में भी उपयोगी है। आपको बता दें कि सेंधा नमक को आयुर्वेद द्वारा स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद के रूप में भी पहचान दी गई है। यदि आपके मांसपेशियों में ऐंठन है, तो आप नियमित रूप से सेंधा नमक का उपयोग कीजिए। यह गले और दातों के लिए बहुत ही लाभकारी है।
#3 मखाना है गुणकारी
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि मखाने में ड्राई फ्रूट्स की तुलना सबसे ज्यादा प्रोटीन, फैट, मिनरल, आयरन आदि मौजूद होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट़्स से भरपूर मखाने का उपयोग पूजा पाठ में किया जाता रहा है। वजन में बहुत ही हल्का मखाना कई बीमारियों में कारगर है।
यह न केवल पाचन के लिए बल्कि डायबिटीज रोगियों के लिए भी यह बहुत फायदेमंद होता है। अपनी डाइट में मखाने को शामिल करके आप झुर्रियों से छुटकारा पा सकते हैं। मखाना वजन कम करने का एक घरेलू उपाय भी है। इसे आप बादाम और काजू की जगह खा सकते हैं।
#4 रामदाना भी है फायदेमंद
अमरनाथ आटा को स्थानीय रूप से रामदाना के रूप में जाना जाता है, जिसे देश के विभिन्न भागों में उपयोग किया जाता है। यह एक तरह का सुपरफूड है। यह न केवल पाचन शक्ति को बढ़ाने का काम करता है बल्कि बाल, हड्डियों के लिए अच्छा और प्रोटीन के साथ समृद्ध करने के लिए बहुत अच्छा है।
रामदाना में गेहूं के मुकाबले 5 गुना आयरन और 3 गुना फाइबर पाया जाता है। यह मैग्नीशियम का बहुत ही अच्छा स्रोत है। इसका नियमित उपयोग माइग्रेन से राहत दिलाने का काम करता है।
#5 कुट्टू का आटा
कुट्टू का आटा उत्तर भारत में बहुत ही लोकप्रिय है। यह ज्यादातर नवरात्रि त्यौहार के दौरान लोग इसका उपयोग करता है। आवश्यक पोषक तत्वों से समृद्ध कुट्टू के आटे से आप रोटिस, कुकीज, पुरी, केक और यहां तक कि आप नूडल्स भी बना सकते हैं।
कुट्टू का आटा एक ऐसा आटा है जिसे खाने से उच्च रक्तचाप और डायबिटीज में बहुत ही आराम मिलता है। इसके अलावा यह वजन को कम करने में बहुत ही सहायक है।