पेट में लीवर की बीमारी होने पर पेट में सूजन और पेट में पानी जमा हो जाता है। इसे जलोदर या पेट में पानी भरने के नाम से भी जाना जाता है। यह एक रोग ही नहीं बल्कि ह्रदय, वृक्क, लिवर इत्यादि में उत्पन्न हुए विकारों का लक्षण भी है। आइये विस्तार रूप से पेट में पानी भरने के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
जलोदर रोग ( पेट में पानी भरने ) के लक्षण –
1. पेट का फूलना
2. सांस लेने में तकलीफ
3. टांगों में सूजन
4. बैचेनी
5. भारीपन का महसूस होना।
जलोदर रोग ( पेट में पानी भरने ) के कारण
1. जलोदर या पेट में पानी भरना लिवर के पुराने रोग से उत्पन्न होता है।
2. खून में एल्ब्यूमिन के स्तर में गिरावट होना।
जलोदर रोग ( पेट में पानी भरने ) के घरेलू उपचार
1. लहसुन का प्रयोग
जलोदर रोग में लहसुन का प्रयोग बहुत ही हितकारी होता है। आधा चम्मच लहसुन का रस आधे गिलास पानी में मिला कर पियें। नियमित रूप से सेवन करने से आपको फर्क खुद ही नजर आ जायेगा।
2. देसी चना
देसी चना लगभग 30 ग्राम 300 मिलीलीटर पानी में उबालें। इसे तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाएं। पानी ठंडा होने छानकर पी लें। कुछ समय तक इसका नियमित रूप से सेवन कीजिए।
3. करेले का जूस
जलोदर रोग में 30 से 40 मिली करेले का जूस आधे गिलास पानी में दिन में 3 बार पीने से जलोदर रोग निवारण में बहुत सहायता मिलती है।
4. पानी का सेवन
जलोदर रोगी को इस स्तिथि में पानी की मात्रा को कम का देना चाहिए। शरीर के लिए तरल की आपूर्ति के लिए दूध का सेवन उचित रहता है। लेकिन इस बात को ध्यान में रखना भी आवश्यक हैं कि अधिक तरल का सेवन करने से टांगों में सूजन पैदा हो सकती है।
5. मूली के पत्तों का रस
चिकित्सा के अनुसार जलोदर में मुली के पत्तों का रस अति गुणकारी होता है। 100 मिली मूली के पत्तों का रस दिन में 3 बार पी सकते हैं।
6. मैथी के बीज
जलोदर के रोगी को मेथी के बीज का सेवन करना चाहिए। इसका उपयोग रोगी के लिए लाभकारी होता है। रात को सोने से पहले मैथी के 20 ग्राम बीज पानी में भिगो लें। सुबह इस पानी को छान कर पीने से आपको फायदा प्राप्त होगा।
7. प्याज का उपयोग
जलोदर में मरीज को प्याज का उपयोग करना चाहिए। इसका सेवन करने से पेट में जमा तरल मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाते हैं। जिससे रोगी को आराम का एहसास होता है
8. छाछ और गाजर का रस
छाछ और गाजर का रस जलोदर में फायदेमंद होता है। यह जलोदर के स्तर को बढने नहीं देता।
9. तरबूज का सेवन
तरबूज का सेवन जलोदर में बहुत फायदा पहुंचाता है। तरबूज का सेवन करने से शरीर में तरल का बैलेंस बना रहता है ।
इसके अलावा रोगी को अपने आहार में चने का सूप, पुराने चावल, ऊंटनी का दूध, सलाद, लहसुन, हींग आदि को भी समुचित स्थान देना चाहिए। यदि रोगी की हालत गंभीर हो जाए तब डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।