अनचाहे गर्भधारण को रोकने के लिए गर्भनिरोधक पुरुषों और महिलाओं के लिए एक तरीका है। गर्भनिरोधक के कई अलग-अलग तरीके होते हैं। उन में से एक है हार्मोनल गर्भनिरोधक जैसे “गोली”।
यह गोली महिलाएं प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए लेती हैं। इसे 99.9 फीसदी प्रभावी माना जाता है। हालांकि यह गोली यौन संचारित बीमारियों एचआईवी के खिलाफ रक्षा कवच का काम नहीं करती है। इसलिए जो लोग सोच रहे हैं कि एबॉर्शन पिल खाने से प्रेग्नेंसी के साथ-साथ एचाआईवी से भी छुटकारा मिल जाएगा तो वह गलत सोच रहे हैं।
गर्भपात की गोलियां जिसे हम एबॉर्शन पिल के नाम से भी जानते हैं एक ऐसी गोली है, जिसे खाने से महिला जल्दी और असानी से अनचाहे गर्भ बच सकती है। लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि इसके नकारात्मक प्रभाव भी है। बहुत सी ऐसी महिला है जो यह जानना चाहती है कि एबॉर्शन पिल काम कैसे करता है? दरअसल एबॉर्शन पिल एक रासायनिक मिफेप्रिस्टोन है जिसकी सहायता से गर्भावस्था को रोका जा सकता है।
क्या है एबॉर्शन पिल – Kya hai abortion pill
मेडिकल में दो तरह की गर्भपात की गोलिया है जिनके नाम है मिपेप्रिस्टोन और मिसोप्रोस्टोल। इनका काम है गर्भावस्था को रोकना। डॉक्टर की देखरेख में आप 24 से 48 के बीच मिपेप्रिस्टोन की दवा को आप ले सकते हैं।
क्या है एबॉर्शन पिल के नुकसान – Abortion pill ke nuksan
महिलाओं में एबॉर्शन पिल लेने से परेशानियां भी देखी गई है। ऐसी महिलाओं में अत्यधिक रक्तस्राव, जी मिचलाना, सरदर्द, दस्त, संक्रमण और उल्टी जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ा। इसके अलावा एबॉर्शन पिल लेने से भविष्य में गर्भधारण के जोखिम में वृद्धि और कम प्रजनन क्षमता भी देखने को मिल सकता है।
एबॉर्शन पिल के मनोवैज्ञानिक प्रभाव
शारीरिक प्रभाव के अलावा महिलाओं पर एबॉर्शन पिल के मनोवैज्ञानिक प्रभाव भी है। इसे लेने के बाद ज्यादातर महिलाएं एक लंबे समय के लिए डिप्रेस और अन्य भावनात्मक दर्द महसूस करती हैं। डिप्रेशन, आत्मघाती विचार, मौत के विचार और क्रूर होने का अनुभव आदि एबॉर्शन पिल लेने के बाद देखने को मिलता है।
यह देखा गया है कि गर्भपात की गोलियां बहुत अधिक दुष्प्रभाव हैं। महिलाओं को यह समझना चाहिए कि यह गर्भावस्था रोकने करने का एकमात्र तरीका नहीं है। किसी भी प्रकार के कदम उठाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना हमेशा बेहतर होता है। आप कभी भी नहीं जानते हैं कि आपके इसके निर्णय से क्या गलत होगा और यह कैसे आपके पूरे जीवन को प्रभावित कर सकता है।
जरूरी बात
हमारी तो यही राय है कि आप चिकित्सा पर्यवेक्षण में एबॉर्शन पिल को लें। एबॉर्शन पिल लेने से पहले अगर आपको अधिक जानकारी के लिए कानूनी रूप से अधिकृत क्लिनिक या अस्पताल में जाना चाहिए। स्वयं एबॉर्शन पिल नहीं लें या ऑनलाइन गोलियां न खरीदें। याद रखें, इलाज कराने से अच्छा है कि आप सावधानी बरतें। यह नैतिकता या विश्वास का प्रश्न नहीं है, लेकिन यह आपके जीवन की बात है जिसे आपको समझना होगा।