योग का कोई भी आसन हो सेहत के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। इसमें हमारे जीवन को लंबा बनाने का एक अचूक रहस्य छिपा हुआ होता है। सर्वांगासन करने से शरीर का पूरा व्यायाम होता है। यह योग आसन करने में थोडा कठिन जरूर होता है, लेकिन जब हम इसे नियमित अभ्यास से करते हैं तो फिर हम इसे आसानी से कर सकते हैं। इस आसन को किस प्रकार से किया जा है और इसको करने से हमें क्या फायदे मिलते हैं आइये जानते हैं…
सर्वांगासन करने की विधि
- इसको करने के लिए सबसे पहले किसी साफ़ जगह पर चटाई या दरी बिछा लें।
- उस पर पीठ के बल लेट जाएं और अपने दोनों पैरों को आपस में मिला लें।
- अपने दोनों हाथों को जमीन पर रख दें और अपने शरीर को ढीला कर दें।
- सांस लेते हुए धीरे-धीरे से अपने पैरों को बिना मोड़े हुए ऊपर की तरफ उठाएं।
- जैसे-जैसे आप के पैर ऊपर की और उठें वैसे-वैसे अपनी कमर को भी ऊपर की तरफ उठाएं।
- अपने पैरों और पीठ को 90 डिग्री तक उठाने का प्रयास करें।
- अपने हाथों की मदद से अपनी कमर को ऊपर की तरफ उठाएं।
- इस योग को करते हुए आपका मुंह आकाश की तरफ होना चाहिए और कुहनियाँ जमीन के साथ टिकी हुई होनी चाहिए।
- इस योग को करते समय आपके हाथों की अंगुलियाँ पीठ पर एक-दूसरे के सामने हो और आप के अंगूठे पेट की तरफ होने चाहिए।
- कुछ समय इस अवस्था में बने रहें और फिर अपनी पुरानी अवस्था में आ जाएं।
- इस आसन को अपने शरीर की क्षमता के अनुसार ही करें।
सर्वांगासन के लाभ
- सर्वांगासन के द्वारा हम अपना वजन कम कर सकते हैं।
- इस आसन को करने से शरीर की दुर्बलता और थकान दूर हो जाती है।
- थायराइड ग्रन्थि को गतिशील बनाने में सहायक होता है।
- कंधे और पीठ मजबूत बनते हैं।
- इसको करने से पाचन और कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।
- जिन लोगों को दमा होता है उनके लिए यह बहुत ही फायदेमंद होता है।
- इस आसन के द्वारा मस्तिष्क में खून का संचार तेज होता है और हमारा दिमाग भी तेज होता है।
- इस आसन के द्वारा महिलाओं को मासिक धर्म में होने वाली परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता।