गर्मियों के दिनों में जब हमारे शरीर में पानी की मात्रा में कमी आ जाती है, तो हमें डीहाइड्रेशन से गुजरना पड़ता है। शरीर में पानी की कमी के कारण शरीर से खनिज पदार्थ जैसे कि नमक और शक्कर कम हो जाते हैं।
पानी हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होता है इसका सेवन करने से हमारे शरीर से विषैले पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते हैं, आमतौर से जब हम गर्मियों के दिनों में घर से बाहर निकलते हैं तो हमारे शरीर से बहुत ही पसीना निकलता है और हमारे शरीर में पानी की कमी आ जाती है जिसके कारण डीहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है।
यह किसी भी उम्र वाले व्यक्ति को हो सकता है, अर्थात बच्चों से लेकर बूढों को इसका शिकार बनना पड़ता है और इसका कोई ठोस कारण भी नहीं होता। जिसे हम डीहाइड्रेशन कहते हैं यह बहुत ही खतरनाक होता है, अगर हम इसका इलाज सही समय पर न करवाएं तो हमें बहुत ही घातक बीमारियों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि ब्रेन डैमेज, किडनी फेल आदि।
डिहाइड्रेशन क्या होता है
डिहाइड्रेशन के लक्षण, कारण और घरेलू उपचार जानने से पहले यह जान लेते हैं कि डीहाइड्रेशन क्या है ? डीहाइड्रेशन या निर्जलीकरण तब होता है जब आप अधिक तरल पदार्थ का उपयोग करते हैं या खो देते हैं, और आपके शरीर में सामान्य कार्यों को पूरा करने के लिए पर्याप्त पानी और अन्य तरल पदार्थ नहीं होता है। यदि आप खोए तरल पदार्थों को प्रतिस्थापित नहीं करते हैं, तो आप निर्जलित हो जाते हो।
कोई भी निर्जलित या डिहाइड्रेटेड हो सकता है, लेकिन यह स्थिति युवा बच्चों और वृद्ध वयस्कों के लिए विशेष रूप से खतरनाक है। युवा बच्चों में डीहाइड्रेशन का सबसे आम कारण गंभीर दस्त और उल्टी है।
वृद्ध वयस्कों में स्वाभाविक रूप से उनके शरीर में पानी की कम मात्रा होती है। वैसे भी दवाएं भी निर्जलीकरण के जोखिम को बढ़ाते हैं। इसका मतलब है कि कि मामूली बीमारियों, जैसे कि फेफड़ों या मूत्राशय को प्रभावित करने वाले संक्रमण निर्जलीकरण के परिणामस्वरूप हो सकता है।
डीहाइड्रेशन के लक्षण
जब भी कोई व्यक्ति डीहाइड्रेशन से गुजरता है तो उसमे कुछ इस प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं जैसे कि :-
- डीहाइड्रेशन वाले व्यक्ति को घबराहट होती है
- कब्ज की समस्या का पैदा होना
- चक्कर आना
- मुंह का बार-बार सुख जाना
- त्वचा सुखी होना
- सिरदर्द होना
- सुस्ती होना
- शरीर में कमजोरी आना
- पेशाब का पीला आना
- थकान का महसूस होना
डीहाइड्रेशन के कारण
डीहाइड्रेशन होने का सबसे बड़ा कारण पानी की कमी होता है, जब हम गर्मियों के दिनों में पानी कम पीते हैं, तो हमें इस बीमारी से गुजरना पड़ता है, साथ ही इसके और भी कारण हो सकते है, जैसे कि बुखार, उल्टी आना, दस्त, धुप का प्रभाव, जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज, खाने पीने का सही समय न होना आदि डीहाइड्रेशन के कारण हो सकते हैं।
डीहाइड्रेशन का घरेलू उपचार ( Dehydration ke Gharelu upchar )
पानी का अधिक मात्रा में सेवन
हमारे शरीर को 70 फीसदी पानी की आवश्यकता होती है, इसलिए सबसे पहले हमें पानी की मात्रा को बढ़ाना चाहिए, हमें दिन में 10 गिलास पानी का सेवन करना चाहिए। अगर आपको प्यास न भी लगे तब भी पानी का सेवन करना चाहिए।
दही का सेवन
उल्टी, दस्त आदि के कारण जो हमें डीहाइड्रेशन होता है, उसमें दही का सेवन बहुत ही लाभकारी होता है। यह आसानी से पच जाता है और इसका सेवन आप नमक, कालानमक और भुना जीरा डालकर भी कर सकते हो।
रसीले फल और सब्जियां
अगर डीहाइड्रेशन की शुरुआत है, तो आप इसके लिए रसीले फल जैसे कि अंगूर, संतरा, पपीता, तरबूज, खरबूज, मूली, तोरी, टमाटर आदि का सेवन आपके लिए बहुत ही लाभकारी सिद्ध होता है।
केला
डीहाइड्रेशन की शिकायत से अगर हमारे शरीर में पोटेशियम की कमी आ जाती है तो उसके लिए केला बहुत ही फायदेमंद साबित होता है, क्योंकि केले में पोटेशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसलिए इसके उपचार के लिए दिन में दो केले आसानी से खाएं जा सकते हैं।
नारियल पानी
जब भी हमारे शरीर में डीहाइड्रेशन की शिकायत आ जाती है, तो इससे छुटकारा पाने के लिए एक गिलास नारियल का पानी पी लेना चाहिए। इसमें कैलोरी की मात्रा भी कम होती है।
हाइड्रेशन की शिकायत को दूर करे छाछ
जब आप धुप में काम करते हो तो आप के शरीर से काफी मात्रा में पसीना निकलता है, यह तो आम बात है, लेकिन इसके कारण आप को डीहाइड्रेशन की शिकायत हो सकती है यदि आप इस से छुटकारा पाना चाहते हो तो आपको दिन में दो गिलास छाछ पी लेने चाहिए।
सूप का सेवन
डीहाइड्रेशन से छुटकारा पाने के लिए आपको दिन में कम से कम एक बार सूप जरूर पीना चाहिए।
नींबू पानी
नींबू पानी शरीर को हाइड्रेट रखता है। नींबू पानी पीने से शरीर में ताजगी का एहसास होता है। नीबू पानी में अगर आप चीनी क जगह शहद का इस्तेमाल करें तो और अधिक फायदा मिलता है।
जौ का पानी
जौ का पानी भी शरीर को हाइड्रेट रखने का सबसे अच्छा उपाय होता है। जौ के पानी का सेवन करने से शरीर में डीहाइड्रेशन के दौरान जो कमी आती है उसकी आसानी से भरपाई हो जाती है और यह आसानी से पच जाता है।
डीहाइड्रेशन को रोके ग्रीन टी
ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट में समृद्ध है। इसमें पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज भी शामिल हैं जो डीहाइड्रेशन को रोक सकते हैं। डीहाइड्रेशन के लिए अपने बच्चों को ग्रीन टी देने से बचें, क्योंकि इसमें कैफीन कृत्रिम रूप से शिशुओं की हृदय गति को बढ़ाने के लिए जाना जाता है।