गर्भपात कराना दुनिया के किसी भी कानून में मान्यता नहीं दी गई है। बल्कि इसे एक अपराध माना गया है। इसलिए जो कोई भी इस कार्य में लिप्त पाया जाता है उसके लिए सजा मुकर्रर की गई है। भारत में भी भ्रूण की हत्या करने पर सजा का प्रावधान है। इसलिए शुरुआत में ही अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाने के लिए महिलाएं कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करती हैं। महिलाएं ज्यातादर गर्भनिरोधक गोलियां ही उपयोग में लाती है। कई बार कामकाजी महिलाएं काम के दबाव व व्यस्तता के कारण गर्भ निरोधक गोलियों को नियमित नहीं कर पाती हैं जिसके कारण उन्हें अनचाहे गर्भ, गर्भपात और मानसिक तनाव जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
गर्भ निरोधक गोलियां एक तरह का पिल होता है जो बर्थ को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसका इस्तेमाल बहुत ही पहले से किया जा रहा है। इसमें एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टिन नाम के दो हार्मोन होते हैं। ‘मिनी पिल’ या ‘प्रोजेस्टिन ओनली पिल’ में केवल प्रोजेस्टिन हार्मोन होता है। यह दवाई की दुकान पर आसानी से उपलब्ध होता है। लेकिन क्या आपको पता है कि लगातार गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से आपको कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं…
बीमारियों से लड़ने की क्षमता कमजोर
ब्रिटेन की लिवरपूल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पाया कि गर्भनिरोधक गिलियों के सेवन से बीमारियों से लड़ने की क्षमता कमजोर हो जाती है। इसके इस्तेमाल से मेजर हिस्टोकंपेटिबिलिटी काम्पलेक्स (एमएचसी) नामक विभिन्न एमएचसी अणुओं की संख्या घट सकती है। ये अणु विभिन्न बीमारियों से लड़ने का काम करते हैं।
खून का थक्का
एक और जांच में पाया गया है कि गर्भनिरोधक गोलियों के ज्यादा सेवन से महिलाओं के शरीर में खून का थक्का जमने का खतरा अन्य महिलाओं की अपेक्षा ज्यादा रहता है।
अवसाद का कारण बनती है
एक रिसर्च में पाया गया है कि कि महिलाओं में गर्भनिरोधक दवाईयों के सेवन से अवसाद हो सकता है। इसके लिए उन्हेंल डॉक्टरर की सलाह पर टेस्टस के रूप में कुछ दिनों तक इनका सेवन करके देख लेना चाहिए। डॉक्टसर ऐसी दिक्क तों को पहचान लेते हैं और उसी के हिसाब से इन गोलियों को सलाह करते हैं। इसके अलावा कई महिलाओं को इससे सिर दर्द और थकान जैसी समस्याओं पैदा होने लगती है।
वजन बढ़ाने में सहायक
शोध में पाया गया है कि गर्भ निरोधक दवाईयां वजन बढाने के लिए जिम्मेंदार हैं। लेकिन ऐसा हर किसी के साथ नहीं होता. इसलिए यह कहना गलत होगा कि सामान्य रूप से गोलियां लेने पर वजन बढ़ने लगता है।