फूलों के रसों का प्रयोग कई मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए भी किया जाता है। इस थेरेपी की खोज ब्रिटिश एलोपैथिक चिकित्सक डॉ. एडवर्ड बैच ने की थी। उन्होंने कई सालों तक फूलों की नैसर्गिक क्षमता पर अध्ययन करने के बाद कई अच्छे परिणाम प्राप्त किए थे। ऐसे ही कई प्रमुख फूलों के अर्क ओर उनके स्वास्थ्य समस्याओं में लाभ के बारे में जानिए-
1. समस्या
मानसिक तनाव की वजह से विभिन्न परिस्थितियों के कारण व्यक्ति के दिमाग में अनैच्छिक विचारों की श्रंखला सोते जागते सदैव बनी रहती है। जिसकी वजह से व्यक्ति चिड़चिड़ा, क्रोधी और निराश हो जाता है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति सामान्य होते हुए भी मनोरोगी जैसा व्यवहार करता है।
उपचार
ऐसे में अगर हम व्हाइट चेस्टनट फूलों के रस की 20 बूंद पानी में सुबह खाली पेट और रात को सोने से पहले आधा कप पानी में मिलाकर पीने से फायदा होता है।
2. समस्या
जब आपको लगे दिमाग का मन पर से नियंत्रण समाप्त हो जाता है। ऐसे में हमें अच्छे बुरे का अंतर समझ नहीं आ रहा हो, कोई भी चीज एक जनून की तरह हावी हो जाती है।
उपचार
इन परिस्थितियों में चेरिप्लस के रस की 20 बूंद आधा कप पानी में सुबह खाली पेट और रात को सोने से पहले मिलाकर पीने से व्यक्ति की तार्किक क्षमता बढ़ती है।
3. समस्या
मानसिक परिश्रम से उत्पन्न अवसाद को दूर करने और नई उर्जा को मन मस्तिष्क में संचारित करने के लिए।
उपचार
हनी बीम की 20 बूंद आधा कप पानी में सुबह खाली पेट और 20 बूंद रात को सोने से पहले आधा कप पानी में मिलाकर पीने से राहत मिलती है।
4. समस्या
शारीरिक या मानसिक आघात लगने की स्थिति में व्यक्ति कई बार मानसिक रूप में कमज़ोर होने लगता है जिससे उसकी सोचने समझने की शक्ति खोने लगती है।
उपचार
स्टार ऑफ बैथलम के रस की 20 बूंद सुबह खाली पेट और रात को सोने से पहले 20 बुँदे पानी में मिलाकर पीने से आपको काफी फायदा पहुंचता है। आपकी सोचने समझने की शक्ति मिलती है। इसके किसी भी तरह के शांक को उबाल कर पीने से राहत मिलती है।
6. समस्या
विपरीत परिस्थितियों की वजह से तनावग्रस्त हो तो।
उपचार
रेस्क्यू रेमेडी के रस की बूंद सुबह खाली पेट ओर रात को सोने से पहले पीने से आपको काफी फायदा मिलता है।
नोट: इन उपायों को अपनाने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।