कई बार खाने के दौरान या खाने के बाद हिचकी जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। यह एक ऐसी समस्या है जिसे किसी भी उम्र के लोगों को दो चार होना पड़ सकता है। आइए जानते हैं लगातार हिचकी आने पर आपको क्या करना चाहिए।
पानी का सेवन
पानी से आप कई तरह के रोगों को दूर कर सकते हैं। यह शरीर को हाइड्रेट तो रखता ही है, साथ ही त्वचा में नमी बरकरार रखता है। अगर आपको हिचकी आती है तो आपको एक गिलास पानी का सेवन करना चाहिए। आप चाहे तो इसमें थोड़ा सा नमक भी डाल सकते हैं।
नींबू का रस
विटामिन सी से भरपूर नींबू का इस्तेमाल कई तरह के घरेलू और रामबाण उपचारों में किया जाता है। यदि आपको किसी वजह से हिचकी आ रही है, तो नींबू चबाकर भी हिचकी रोक सकते हैं। नींबू का एक चौथाई टुकड़ा काट कर मुंह में डालें।
फौरन हिचकी में आराम आ जाएगा। इसके अलावा हिचकी को दूर करने के लिए आप एक चम्मच नींबू के रस में थोड़ा शहद डालकर पी सकते हैं। आपको बहुत ही लाभ मिलेगा। आप केवल शहद खाकर भी हिचकी को रोक सकते हैं।
पीनट बटर खाएं
पीनट बटर बहुत ही पौष्टिक बटर है जिसका हर किसी को सेवन करना चाहिए। यदि आप नियमित रूप से पीनट बटर का सेवन करते हैं, तो इससे हिचकी की समस्या दूर की जा सकती है। जब यह आपके दांत और जीभ से होते हुए खाने की नली में उतरता है, तो इससे सांस लेने की क्रिया भी प्रभावित होती है और यह हिचकी रोकती है। – पीनट बटर खाने का तरीका
काली मिर्च
कोल्ड और कफ के अलावा पाचन के लिए गुणकारी काली मिर्च को आप हिचकी दूर करने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप दो या तीन काली मिर्च के दाने लेकर उसमें थोड़ी मिश्री मिलाएं। अब इसे चबाकर इसका रस चूसें। यह उपया हिचकी के सबसे कारगर घरेलू उपायों में से एक है।
सेब का सिरका
इसका इस्तेमाल कई तरह के रोगों के उपचारों में किया जाता है। इसके अलावा विभिन्न घरेलू और खाना पकाने के प्रयोजनों में भी इसका उपयोग किया जाता है। हिचकी को दूर करने के लिए सिरके का खट्टा स्वाद आपकी बहुत ही सहायता करता है। जब आपको हिचकी आए तो आप एक चम्मच सिरके का सेवन कीजिए। आपको बहुत ही लाभ मिलेगा। – सेब के सिरके के फायदे
हिचकी के लिए कुछ अन्य उपाय
कुछ देर के लिए सांस रोकें
यदि आप कुछ पल के लिए सांस रोकते हैं तो इससे भी हिचकी की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। इसके लिए आप अपने सांस को लंबा खीच लें और उसे कुछ सेकेंड तक लिए रोकें। ऐसे में फेफडों में जमा कार्बन डाई ऑक्साइड को जब डायाफ्राम बाहर निकालेगा तो हिचकी आना बंद हो जाएगा। यह बहुत ही पुराना नुस्खा है और इससे हिचकी रोकने में मदद भी खूब मिलती है।
अपने घुटनों को छाती तक लाएं
जब भी आपको हिचकी आए तो आप तुरंत बैठ जाएं और अपने घुटनों को सीने तक ले आएं। इससे फेफड़ों पर दबाव पड़ता है और मांशपेशियों की सिकुड़न भी दूर होती है।
उल्टा गिनें
जानकारों के मुताबिक उल्टी गिनती करने और अचानक उस व्यक्ति को चौकाने या हैरान करने से भी सामान्य हिचकी ठीक हो जाती है। उल्टी गिनती का मतलब से 100 से 1 की तरफ गिनती करना।