नींद हमारे जीवन को बहुत तरीकों से प्रभावित करता है। यह बात विज्ञान भी बहुत ही अच्छी तरीके से समझ चुका है। शोधकर्ताओं का कहना है कि जब आप रात में जल्दी और सात से नौ घंटे की नींद नहीं लेते हैं, तो इससे आपके ब्रेन पर नकारात्मक असर पड़ता है। यह अवसाद, चिंता और मूड के अन्य विकारों को जन्म देता है।
सकारात्मक सोच में होती है बढ़ोतरी
वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार जो लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते या जल्दी नहीं सोते ऐसे लोग जल्द ही अपनी समस्याओं से परेशान हो जाते हैं। इसलिए जब पर्याप्त आराम करते हैं, तो आप ज्यादा सकारात्मक रहते हैं और मुद्दों को लेकर ज्यादा चिंता नहीं करते हैं।
सोचने समझने की क्षमता पर असर
हमारी समझ और नींद का सीधा संबंध है। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति पर्याप्त नींद नहीं लेता और जल्दी नहीं सोता, वह मानसिक तौर पर खुद को स्वस्थ्य नहीं कर पाएगा और उसके सोचने समझने की क्षमता पर भी बुरा असर पड़ेगा। अच्छी नींद, वास्तव में, आपके सोचने-समझने की क्षमता को बढ़ा सकती है और इससे आपका दिमाग स्थिर रहता है। – किशोरावस्था में वजन को कैसे बढ़ाएं
वर्क परफॉर्मेंस में सुधार
य़दि जल्दी और पर्याप्त नींद लेते हैं तो इससे आपके प्रोडक्टिविटी पर भी असर दिखाई देगा। इससे न केवल आप अपनी एकाग्रता बढ़ा सकते हैं बल्कि यह आपकी मेमोरी की क्षमता भी बढ़ाएगा और आप थके हुए भी महसूस नहीं करेंगे। इस तरह वर्क परफॉर्मेंस में सुधार होगा।
आपका वजन रहेगा संतुलित
यदि आप अपने वजन को संतुलित करना चाहते हैं तो जल्दी और पर्याप्त नींद लेना शुरू कर दीजिए। कई तरह के शोधों में पाया गया है कि जो व्यक्ति देर से सोता है उसकी वजन बढ़ने की संभावना ज्यादा होती है। इसलिए आप जल्दी सोइए और जल्दी उठिए।
आप रहते हैं हेल्दी
अपने प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम मजबूत बनाने के लिए आपको रोजाना जल्दी और पर्याप्त सोना चाहिए। पर्याप्त नींद लेने से आपकी इम्यून सिस्टम वायरस और बैक्टीरिया से अच्छे तरीके से लड़ पाती है। पर्याप्त सोने से खून में कोर्टिसोल हार्मोन के लेवल कम होता है और इम्यून सिस्टम फंक्शन बेहतर होता है। इसका मतलब है कि आपको इन्फेक्शन और अन्य बीमारियों से बचने में मदद मिलती है।
आप ज्यादा फ्रेंड बना सकते हैं
ऐसा देखा गया है कि जो लोग पर्याप्त नींद या जल्दी नहीं सोते हैं चिड़चिड़ेपन के शिकार हो सकते हैं। आप खुद ही सोचिए चिड़चिड़े लोगों से कौन दोस्ती करना चाहेगा। मूड खराब होने से आप फालतू की बहस या झगड़ा कर सकते हैं। अगर आप दोस्त बनाना चाहते हैं, तो आपको अपना मूड सही रखना चाहिए और मूड का सही होना बेहतर नींद पर निर्भर करता है।
क्रोनिक डिजीज के खतरे को कम करे
पर्याप्त और जल्दी सोने से कई तरह के क्रोनिक डिजीज के खतरे को कम किया जा सकता है और लंबा जीवन जिया जा सकता है। अध्ययनों से पता चला है कि जो लोग साढ़े 6 घंटे से कम सोते हैं, वे टाइप 2 डायबिटीज, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसके अलावा बेहतर नींद लेने से आप सही तरह ड्राइव कर पाते हैं और इससे किसी दुर्घटना का खतरा भी कम होता है। – किडनी को नुकसान पहुंचाए ये चीजें
दुःस्वप्न के हो सकते हैं शिकार
2010 के एक अध्ययन में पाया गया कि देर से सोने वाले लोगों में दुःस्वप्न की संभावना बढ़ रही है, खासकर महिलाओं के बीच। शोधकर्ताओं का सुझाव है कि ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि देर से सोने वाले व्यक्ति के शरीर में नेचुरल सर्कडियन रिदम प्रभावित होता है, जो आपके नींद चक्र को बाधित करता हैं।