घरेलू नुस्खे - घरेलू उपचार पथरी

पथरी के कारण, लक्षण और उपाय

Pathri or stone symptoms, reasons and cure in hindi

किडनी को स्वस्थ कैसे रखें - उपयोगी सुझाव

पथरी एक ऐसा रोग है जिसके होने से अच्छे-अच्छे की नींद उड़ जाती है। यह एक सामान्य रोग है और इसमें इंसान को कुछ समझ में नहीं आता कि वह क्या करे। पथरी को हम अंग्रेजी में किडनी स्टोन कहते हैं। पथरी मूत्रतंत्र की ऐसी स्थिति है जहां रोगी के गुर्दे के अंदर छोटे पत्थर या कठोर वस्तुओं का निर्माण होता है। पथरी एक समय में एक बार हो तो सही है लेकिन यदि ये बढ़ने लगे तो हमे तकलीफ होने लगती है। अगर देखा जाए तो छोटे-छोटे पथरियां बिना किसी परेशानी के मूत्रमार्ग से शरीर से बाहर निकला जाती है ,लेकिन जब यही पथरियां धीरे-धीरे बड़ी होने लगती है तो हमारे मूत्रमार्ग में अपरोध उत्पन करने लगती है जो एक समस्या बनकर सामने आती है।

डॉक्टरों की माने तो 30 से 60 साल के उम्र के व्यक्तियों में यह समस्या ज्यादा पाई जाती है। यहीं नहीं, यह रोग स्त्रियों के मुकाबले पुरुषों में चार गुना ज्यादा पाई जाती है। वैसे पथरी मूत्राशय, गुर्दो और मूत्रवाहक नली में बनती है। वयस्को में अधिकतर गुर्दो और मूत्रवाहक नली में पथरी बन जाती है जबकि बच्चों और वृद्धों में मूत्राशय की पथरी ज्यादा बनती है। भारत में भी यह बीमारी एक समस्या की तरह है जिससे लोग निजात पाने के लिए तरह-तरह के उपायों को अपनाते हैं।

पथरी का रोग ऐसा रोग होता है, जिसके होने पर रोगी को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है। इस रोग के होने का मुख्य कारण है हमारा खान पान, जिसके कारण हमारे पेट में दर्द या फिर मूत्र में रुकावट आने लगती है। इस रोग में पेशाब के साथ कुछ न गलने वाले या पथरीले तत्व निकलते हैं, जो हमारे गुर्दे या मूत्राशय में ही रुके हुए होते हैं। ये छोटे-छोटे कण थोड़े समय बाद बड़े होने लगते हैं और यह हमारी समस्या को बढ़ा देते हैं। डॉक्टर के मुताबिक पथरी हमारे शरीर में टमाटर, पालक, अमरुद, खान-पान की गलत आदतें आदि के बीजों से तैयार होती है। यह हमारे शरीर में कई रूपों में होती है जैसे खुरदरी, चिकनी, सख्त, या गोल और यह हमारे शरीर के गुर्दे, पित्त, या मुत्रवाहिनी में देखने को मिलती है। यह महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में चार गुना अधिक मात्रा में पाई जाती है।

किडनी स्टोन क्या है

किडनी स्टोन क्या है

गुर्दे की पथरी या किडनी स्टोन, क्रिस्टल से बना ठोस द्रव्यमान हैं। किडनी स्टोन आमतौर पर आपके किडनी से उत्पन्न होती है, लेकिन आपके यूरिनरी ट्रैक के साथ कहीं भी डेवलप हो सकती है। यूरिनरी ट्रैक में किडनी सहित यूरेटर्स, मूत्राशय, और मूत्रमार्ग शामिल हैं। किडनी स्टोन एक ऐसी स्थिति है जिसमें मरीज को भयंकर दर्द होता है। किडनी स्टोन के कारण स्टोन के प्रकार के अनुसार भिन्न होते हैं।

किडनी स्टोन के प्रकार

कैल्शियम

यूरिक अम्ल

स्ट्रुविइट स्टोन

पथरी के कारण

पथरी का होना आम बात है इसका मुख्य कारण हमारा सही से न खाना पीना। जिसके कारण हमारे शरीर का पेशाब गाढ़ा होने लगता और इसके कण हमारे शरीर में जमा होने लगते हैं, कुछ समय बाद यह बड़े होकर पथरी का रूप ले लेते हैं।
खान-पान की गलत आदतें ही पथरी रोग को न्यौता देती है। पथरी तब निर्मित होती है जब किसी पदार्थ के कारण मूत्र गाढ़ा हो जाता है और किडनी में छोटे-छोटे दाने बनने लगते हैं।

पथरी के लक्षण

पथरी के लक्षण

1. इसके मुख्य लक्षणों में पीठ के निचले हिस्सों में अथवा पेट के निचले भाग में अचानक तेज दर्द होने लगता है। या फिर पीठ की तरफ से पेट में जोर से दर्द
2. अगर समस्या बड़ी हो तो दर्द फैल भी सकता है। यह पीठ और पेट से लेकर बाजू, उरू मूल, गुप्तांगो तक बढ़ सकता है।
3. पथरी का दर्द कुछ मिनटो या घंटो तक बना रहता है तथा बीच-बीच में आराम मिलता है।

4. रुक-रुक कर पेशाब आना और दर्द का अहसास होना

5. उल्टी दस्त होना ,बुखार आना , बैचेनी होना थकान होना आदि

पथरी होने से कैसे बचें

1. दिन हो या रात पानी भरपूर मात्रा में पिये जिससे आपका शरीर हाईड्रेटेड रहे और 2 से 2.5 लीटर मूत्र रोज बने।

2. नींबू का शरबत पीयें क्योंकि ऐसा देखा गया है कि इससे पथरी की संभावना बहुत कम होती है।

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3. अपने आहार में यदि आप प्रोटीन, नाइट्रोजन तथा सोडियम अधिक मात्रा में ले रहे हैं तो उसे कम कर दीजिए। क्योंकि इन पदार्थों की अधिकता पथरी का निर्माण करती है।
4. उन पदार्थों का सेवन कम करें जिनमें ऑक्सालेट अधिक मात्रा में होता है। जैसे चाकलेट, सोयाबीन, मूंगफली, पालक आदि।
5. कैफीन के सेवन से बचे क्योंकि इससे शरीर में पानी की कमी होती है।
6. विटामिन सी की भारी मात्रा भी पथरी का कारण बनती है। इसलिए कोशिश कीजिए कि संतरे और मौसंमी का जूसा ज्यादा न लें।
7. सलाद अधिक मात्रा में खाएं क्योंकि इससे ठंडक का स्तर बना रहता है।
8. रोजाना व्यायाम करें, वजन कम करें तथा स्वस्थ रहें।

पथरी के घरेलू उपाय

पथरी के घरेलू उपाय

पथरी होने पर हमें अधिक परेशान नहीं होना चाहिए इसको यूरीन के रास्ते से आसानी से बाहर निकाला जा सकता है, लेकिन इसके लिए हमें कुछ घरेलू नुस्खे अपनाने चाहिए जैसे कि…

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पानी

पथरी होने पर हमें आधिक से अधिक मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए, क्योंकि पानी का सेवन अधिक मात्रा में करने से पथरी हमारे शरीर से यूरीन के रास्ते से आसानी से बाहर निकल जाती है और साथ में जीरा और चीनी को समान मात्रा में पीसकर लेने से भी बहुत लाभ मिलता है।

करेला

करेला जितना कड़वा होता है उतना सेहत के लिए गुणकारी भी होता है। यह पथरी के लिए किसी रामबाण से कम नहीं होता। करेले में मैग्नीशियम और फास्फोरस नामक तत्व पायें जाते हैं, जो हमारे शरीर में पथरी बनने से रोकते हैं।

नींबू और जैतून का तेल

गुर्दे की पथरी होने पर 60 मिली लीटर नींबू का रस और जैतून का तेल बराबर मात्रा में लेकर मिश्रण तैयार करें, फिर इस मिश्रण का सेवन करें। ऐसा करने से आप को लाभ मिलता है साथ ही आप स्वस्थ रहते हो।

बथुए का साग

अगर आप की किडनी में पथरी है, तो ऐसे में बथुए को आधा किलो पानी में उबालकर छान लें, फिर उसमें काली मिर्च, जीरा, हल्का सा सेंधा नमक मिलाकर दिन में तीन से चार बार लें। आपको ऐसा करने से राहत मिलेगी।

प्याज का इस्तेमाल

प्याज का सेवन पथरी के इलाज के बहुत ही कारगर होता है, इसके लिए प्याज के रस को निकालकर सुबह खाली पेट पीना चाहिए। ऐसा करने से हम किडनी की पथरी से निजात पा सकते हैं।

हल्दी का सेवन

हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं, इसलिए पित्त की पथरी होने पर रोगी को हर रोज एक चम्मच हल्दी का लेना चाहिए। ऐसा करने से रोगी काफी हद तक पथरी से निजात पा सकता है।

अजवाइन

अजवाइन किडनी के लिए एक टॉनिक के रूप में काम करती है, इसलिए किडनी में पथरी को रोकने के लिए हम अजवाइन का इस्तेमाल मसाले या चाय में कर सकते हैं।

तुलसी के पत्ते

तुलसी का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होता है और साथ ही यह किडनी के उपचार के लिए भी कारागार होती है तुलसी का रस लेने से पथरी यूरीन के रास्ते से आसानी से बाहर निकल जाती है।

अनार का रस

अनार का रस किडनी की पथरी के बहुत ही लाभकारी होता है और अनार में कई स्वास्थ्य लाभ के साथ इसके बीज और रस में खट्टेपन के कारण किडनी में स्टोन के लिए प्राकृतिक उपाय के रूप में भी माना जाता है।

नींबू का रस किडनी स्टोन में फायदेमंद

नींबू का रस दोनों किडनी की पथरी और किडनी के दर्द के लिए सबसे अच्छा उपचार है। ऐसा इसलिए है क्योंकि नींबू, एक साइट्रिक फल है जिसमें एसिटिक एसिड होता है जो कि किडनी की पथरी को तोड़ने और घुला देने में बहुत प्रभावी होता है। किडनी के दर्द से छुटकारा पाने के लिए रस बनाने के लिए हमेशा ताजे नींबू का उपयोग करें।

अधिक प्रोबायोटिक्स लें

प्रोबायोटिक वह सूक्ष्मजीवी हैं, जो सेवन किये जाने पर स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने वाले माने जाते हैं। हम सुझाव देंगे कि आप अपने आहार में अधिक प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ शामिल करें, क्योंकि इससे आपकी आंतों में हेल्दी बैक्टीरिया की आबादी बढ़ जाती है, जो आपकी पाचन स्वास्थ्य से जुड़ी होती है, साथ ही किडनी को भी फायदा मिलता है। प्रोबायोटिक्स वेस्ट मटेरियल के प्रसंस्करण में किडनी की सहायता करते हैं, साथ ही साथ किडनी स्टोन के विकास की संभावना कम भी करते हैं।

नोट: पथरी होने की एक सबसे बड़ी वजह सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले फूड भी है जिसे लोग बिना सोचे समझे लेते हैं। आप लगातार इस तरह के भोजन का इस्तेमाल करते हैं तो इससे ना केवल आपको पथरी की होगी बल्कि यह आपके शरीर को नुकसान भी करेगा। इसलिए इस तरह के अनहेल्दी फूड को खुद से दूर रखिए और अपने डाइट में फल, ताजी सब्जियां,फलियां, साबुत अनाज आदि को शामिल कर सकते हैं।

 

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