फेफड़े

फेफड़ों के कैंसर के लक्षण

फेफड़ों के कैंसर के लक्षण

भाजपा के दिग्गज नेता और केद्रीय मंत्री अनंत कुमार का 12 नवंबर 2018 को निधन हो गया। वे 59 साल के थे। भाजपा के लोकप्रिय नेता तथा जमीन से जुड़े नेता अनंत कुमार कुछ महीनों से फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित थे और अक्टूबर में न्यूयॉर्क से इलाज कराकर लौटे थे। दोबारा तबीयत बिगड़ने पर उन्हें बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। वे 1996 से 2014 के बीच बेंगलुरु दक्षिण सीट से छह बार लोकसभा सदस्य चुने गए थे।

फेफड़ों के कैंसर के लक्षण

फेफड़ों के कैंसर के शुरुआती चरण कोई लक्षण नहीं देता हैं, इसलिए जब तक यह एडवांस नहीं हो जाता तब तक इलाज नहीं करवाते हैं। आइए जानते हैं फेफड़ों के कैंसर के लक्षण के बारे में…

सीटी जैसी आवाज

सीटी जैसी आवाज

सांस लेते समय यदि कोई सीटी जैसी आवाज सुनाई दे तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। वैसे तो यह आवाज कई तरह की सेहत समस्याओं की ओर इशारा करती है, लेकिन इसका संबंध फेफड़े में खराबी होने से भी है। यह न मानें कि घरघराने या सीटी जैसी आवाज केवल अस्थमा या एलर्जी के कारण होता है। इसे डॉक्टर से दिखाकर उन्हें पुष्टि करने दें।

पीठ और कंधों में दर्द

पीठ और कंधों में दर्द एक आम तरह की समस्या है जो गलत तरह से बैठने या सोने से होता है, लेकिन इसका संबंध अन्य दूसरे गंभीर रोगों से भी है। इसलिए यदि आप सीने के साथ-साथ पीठ और कंधों में भी दर्द महसूस कर रहे हैं तो आप डॉक्टर को जरूर दिखाएं।

लंबी सांस लेने में तकलीफ

सांस लेने में तकलीफ का सीधा संबंध फेफड़े से है। यदि आपको गहरी या लंबी सांस लेने में तकलीफ हो रही हैं, तो इसको इगनोर करने की बजाय डॉक्टर से दिखाएं। यह अवरोध सीने में तरल पदार्थ के जमा होने के कारण हो सकता है जो फेफड़ों में कैंसर के कारण पैदा होता है।

सिर में दर्द

सिर में दर्द

सिर में दर्द होना भी एक आम समस्या है लेकिन यदि फेफड़ों के कैंसर असर बढ़ता है तो इसका असर मस्तिष्क पर भी पड़ सकता है। कभी-कभी ट्यूमर द्वारा उन शि‍राओं में भर दबाव पड़ता है जो शरीर के ऊपरी हिस्से में रक्त को संचारित करती है।

सीने में कफ

2-3 सप्ताह से भी ज्यादा समय तक यदि सीने में कफ हो रहा है तो यह इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। इसके अलावा कफ संबंधी अन्य समस्याएं जैसे थूक में कफ या रक्त होना पर गंभीरता से लें और चेकअप कराएं।

खांसी गहरी और कर्कश

खांसी गहरी और कर्कश

पुरानी खांसी में किसी भी बदलाव पर ध्यान दें, खासकर यदि आप धूम्रपान करते हैं। यदि आपको बार-बार खांसी आ रही हैं या आपकी खांसी गहरी और कर्कश है, तो डॉक्टर से जरूर दिखाएं। इसके अलावा असामान्य मात्रा में बलगम भी एक गंभीर संकेत देता है।

वजन का घटना

लगातार वजन का घटना भी फेफड़े का कैंसर या किसी अन्य प्रकार के कैंसर से जुड़ा हो सकता है। जब कैंसर शरीर में मौजूद होता है, तो इसकी कोशिकाएं (कैंसर कोशिकाओं) उर्जा का उपयोग करती है, साथ ही आपका वजन भी घट सकता है।

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