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कोरोनरी धमनी क्या है, जाने धमनियों के ब्लॉकेज के लक्षण

कोरोनरी धमनी क्या है और धमनियों के ब्लॉकेज के लक्षण

आपका दिल एक मजबूत मांसपेशी पंप (strong muscular pump) है जो हर दिन आपके शरीर के माध्यम से लगभग 3,000 गैलन रक्त को स्थानांतरित करने के लिए जिम्मेदार है। अन्य मांसपेशियों की तरह, आपके दिल को ठीक से काम करने के लिए रक्त की निरंतर आपूर्ति की आवश्यकता होती है। आपके हृदय की मांसपेशियां कोरोनरी धमनियों (coronary arteries) से रक्त लेता है ताकि वह अपना काम कर सके।

कोरोनरी धमनी रोग क्या है

कोरोनरी धमनी रोग कोरोनरी धमनी का संकुचन या ब्लॉकेज होता है, आमतौर पर यह एथेरोस्क्लेरोसिस के कारण होता है। आपको बता दें कि एथेरोस्क्लेरोसिस (या अर्टेरियोस्क्लेरोटिक वैस्कुलर डिजीज) ऐसी स्थिति है जहाँ धमनियाँ, अपने भीतर अत्यधिक मात्रा में प्लाक निर्मित हो जाने के कारण, सख्त हो जाती है।

इसको दूसरी भाषा में समझे तो, एथरोस्क्लेरोसिस धमनियों की भीतरी दीवारों पर कोलेस्ट्रॉल और फैटी जमा (प्लाक कहा जाता है) का निर्माण होता है। ये प्लाक हृदय की मांसपेशियों में रक्त प्रवाह को प्रतिबंधित कर सकता हैं।

कोरोनरी धमनी रोग के कारण

कोरोनरी धमनी रोग के कारण

माना जाता है कि कोरोनरी धमनी रोग कोरोनरी धमनी की आंतरिक परत को नुकसान पहुंचाने के कारण होता है। ये नुकसान विभिन्न कारकों के कारण हो सकता है, जिनमें निम्न शामिल हैं: धूम्रपान करने से सीएडी का जोखिम बढ़ जाता है।

धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों को धूम्रपान न करने वालों की तुलना में हृदय रोग होने का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा उच्च रक्त चाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह आदि इसे बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है।

आर्टरी ब्लॉकेज के लक्षण

आर्टरी ब्लॉकेज के लक्षण

बहुत से लोग नहीं जानते कि उन्हें यह बीमारी है जब तक कि वे मेडिकल एमरजेंसी का सामना न करते हो, जैसे दिल का दौरा या स्ट्रोक। कुछ लोगों में इस बीमारी के लक्षण जरूर दिखाई देते हैं, लेकिन इस बात पर निर्भर करता है कि कौन सी धमनी प्रभावित है। आइए जानते हैं आर्टरीब्लॉकेज के लक्षण क्या है।

1. कभी-कभी आपको नॉर्जिया जैसे लक्षण भी आते हैं।
2. सीने के बाएं हिस्से में हल्का या तेज दर्द होना। कभी-कभी यह दर्द कंधों, बाहों और जबड़े तक भी पहुंच जाता है।
3. ब्लॉकेज की वजह से शरीर के सभी हिस्सों तक ऑक्सीजन युक्त रक्त नहीं पहुंच पाता। इससे सांस लेने में तकलीफ, घुटन, बेचैनी, अनावश्यक थकान और कमजोरी महसूस होती है।
4. जुबान लड़खड़ाना, आंखों के आगे अंधेरा छा जाना, तेज पसीना आना और हाथ पैर ठंड़े पड़ जाना आदि इसके प्रमुख लक्षण है।

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