जो लोग स्क्रीन पर नायकों की तरह काम करते हैं वे असली नायक नहीं हैं, लेकिन जो लोग अपने जीवन के कई मुश्किलों जिसमें कैंसर जैसी भयंकर बीमारी शामिल है, से लड़ते हैं वही असली हीरों बनने के हकदार हैं।
मनीषा कोइराला
29 नवंबर 2012 को, यह पता चला कि मनीषा कोइराला को ओवेरियन कैंसर हुआ है और 10 दिसंबर को उनकी सर्जरी हुई थी। यह सर्जरी सफल हुई। बॉलीवुड की इस महिला स्टार ने इस कैंसर से जूझकर और उससे बाहर आकर एक नई मिशाल पेस की है।
युवराज सिंह
2011 में एक तरफ जहां युवराज सिंह विश्व कप खेलते समय मैन ऑफ दी सीरीज का खिताब जीता, वहीं दूसरी तरफ रक्त की उल्टी तथा सांस लेने में समस्या भी देखी गई। टूर्नामेंट के बाद, उनके फेफड़े में कैंसर वाला ट्यूमर होने के बारे में पता चला। और संयुक्त राज्य अमेरिका में कीमोथेरेपी हुई। मार्च 2012 में, वह भारत लौट आए और रिकवरी के बाद 2012 टी 20 विश्वकप का हिस्सा भी बने।
सलमान खान
सुपरस्टार सलमान खान ने 2011 में भर्ती कराया जिससे पता चला कि उन्हें ट्राइजेमिनल न्यूरालजिया है, एक ऐसी स्थिति जिसमें चेहरे और जबड़े में गंभीर दर्द होता है। यह स्थिति मानव जाति के लिए सबसे दर्दनाक है। इस बीमारी को सुसाइड डिजीज भी कहते हैं।
अनुराग बासु
फिल्म बर्फी जैसी हिट फिल्म देकर चर्चा में आए निर्देशक अनुराग बासु भी कभी कैंसर जैसी भयंकर बीमारी पीड़ित रहे। 2004 में अनुराग बासु को पता चला कि वो ल्यूकेमिया नाम के कैंसर से पीड़ित हैं। हालांकि उन्होंने इस भयावह बीमारी को मात दी। अपनी इस बीमारी के दौरन उन्होंने लाइफ इन ए मेट्रो और गैंगस्टर जैसी फिल्में लिखी।
सैफ अली खान
फरवरी 2007 में, सैफ अली खान को छाती के दर्द की शिकायत के बाद लीलावती अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने पुष्टि की कि यह मामूली दिल का दौरा था। ऐसा माना जाता है कि सैफ के परिवार में दिल से जुड़ी समस्याओं का इतिहास रहा है और इससे खतरा और भी बढ़ जाता है।
अमिताभ बच्चन
जुलाई 1982 में कुली फिल्म में एक एक्शन सीन शूटिंग करते समय अमिताभ एक दुर्घटना के शिकार हो गए। जिसके कारण उन्हें बहुत सारा रक्त खोना पड़ा। उन्हें चिकित्सकीय रूप से मृत घोषित किया गया था लेकिन कुछ महीनों के बाद वह पूरी तरह से ठीक हो गए।