ओमेगा -3 फैटी एसिड, जो सैल्मन और मैकेरल, अखरोट, चिया के बीज, फ्लेक्ससीड्स और कैनोला तेल जैसी मछली में पाए जाते हैं, आपके रक्तचाप और दिल के लिए अच्छे होते हैं। इसके अलावा यह कैंसर से बचाव में भी कारगर है। यह बात यूनीवर्सिटी ऑफ इलिनॉय के शोध में सामने आई है जिसे भारतीय मूल की अदिती दास की अगुवाई में किया गया।
अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि ओमेगा 3 फैटी एसिड के सेवन के बाद जब इंसान के शरीर में उसका चयापचय (Metabolises) शुरू होता है तो वह एंडोकैनाबिनॉयड मॉलिक्यूल ईडीपी-ईए का उत्पादन करता है।
इसमें सूजनरोधी तत्व भी होते हैं, जो कैंसर को बढ़ने से रोकते हैं। यह कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है और एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने में रुकावट डालता है। यह अध्ययन जर्नल ऑफ मेडिसिनल केमिस्ट्री में प्रकाशित हो चुका है।
ओमेगा -3 फैटी एसिड के स्रोत
अलसी के बीज, अखरोट, ब्लूबेरी, राई का तेल, सोयाबीन, सालमन और सीफूड शामिल है।
ओमेगा -3 फैटी एसिड के अन्य फायदे
1. अवसाद दुनिया में सबसे आम मानसिक विकारों में से एक है। इसके लक्षणों में उदासी, सुस्ती और जीवन में रुचि कम होना आदि। दिलचस्प बात यह है कि अध्ययनों से पता चला है कि नियमित रूप से ओमेगा -3 का सेवन करने वाले लोग अवसाद होने की संभावना कम कर सकते हैं।
2. डीएचए नामक एक ओमेगा -3 फैटी एसिड आंख की रेटिना का एक प्रमुख संरचनात्मक घटक है। यह मैकुलर डिजनरेशन को रोकने में मदद कर सकता है
3. ओमेगा -3एस शिशुओं में मस्तिष्क के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। ओमेगा -3एस गर्भावस्था और बच्चे के प्रारंभिक जीवन के दौरान मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है।
4. दिल के दौरे और स्ट्रोक विश्व में मौत का प्रमुख कारण हैं। ओमेगा -3एस दिल की बीमारी के लिए जोखिम कारकों में सुधार कर सकता है।
5. अस्थमा एक पुरानी फेफड़ों की बीमारी है जिसमें खांसी, श्वास की कमी और घरघराहट जैसी लक्षण दिखाई देते हैं। ये फेफड़ों के वायुमार्ग में सूजन के कारण होता है। ओमेगा -3 का सेवन बच्चों और युवा वयस्कों दोनों में अस्थमा के कम जोखिम से जुड़ा हुआ है।
6. ओमेगा -3 फैटी एसिड गैर-मादक फैटी लिवर रोग वाले लोगों में लिवर फैट को कम करने के लिए काम करता है।
7. अच्छी नींद अच्छे स्वास्थ्य की नींव है। अध्ययनों से पता चलता है कि मोटापे, मधुमेह और अवसाद सहित कई बीमारियों का एक मुख्य कारण नींद की कमी भी है। ओमेगा -3 फैटी एसिड का सेवन नींद में सुधार कर सकता है।
8. ओमेगा -3 एस त्वचा कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। यह समय से पहले उम्र बढ़ने को रोक सकता है।
9. नियमित रूप से ओमेगा -3 फैटी एसिड का सेवन करने से आथ्र्राइटिस से शरीर में सूजन पैदा करने वाले तत्वों का प्रभाव कम होता है। जोड़ों में में दर्द, पीठ दर्द, रुमैठी गठिया, जकडन में राहत मिलती है।
10. मासिक धर्म का दर्द निचले पेट और पेलविस में होता है, और अक्सर निचले हिस्से और जांघों तक पहुचता है। ओमेगा -3 फैटी एसिड मासिक धर्म दर्द को कम कर सकता है। एक अध्ययन में यह भी पाया गया कि ओमेगा -3 सप्लीमेंट एंटी-इंफ्लेमेटरी दवा से अधिक प्रभावी था।
सावधानी भी बरतें
लगातार ओमेगा-3 फैटी एसिड से युक्त आहार लेने से यूं तो स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं होता, लेकिन अतिरिक्त फैट शरीर की कोशिकाओं में जमा होने लगती है और वजन बढ़ाती है। ध्यान न देने पर भविष्य में यह उच्च रक्तचाप, हृदय घात, डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा बन सकता है।