कार्डियोवैस्कुलर बीमारी से दुनिया में सबसे ज्यादा लोग मरते हैं। हार्ट अटैक इसी बीमारी का हिस्सा है। धूम्रपान हृदय रोग या हार्ट अटैक का एक प्रमुख कारण है। इसलिए धूम्रपान से दूरी बनाकर आप जोखिम को कम कर सकते हैं। इसके अलावा शराब का ज्यादा सेवन, स्वस्थ आहार और व्यायाम की कमी से भी आप हार्ट अटैक की संभावना को बढ़ाते हैं।
हार्ट अटैक क्या है ?
दिल का दौरा या हार्ट अटैक तब होता है जब धमनी का अचानक पूरी तरह से अवरोध या ब्लॉकेज होने लगता है जो आपके दिल के क्षेत्र में रक्त की आपूर्ति करता है। आपको बता दें कि दिल या ह्रदय एक मांसपेशी है, और इसे स्वस्थ रखने के लिए इसको रक्त आपूर्ति करना बहुत ही आवश्यकता है।
दरअसल जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है धमनियों की भीतरी दीवारें जहां से हृदय को रक्त की आपूर्ति होती हैं, वहां प्लाक नामक फैटी सामग्री के निर्माण के कारण वह क्षतिग्रस्त और संकीर्ण हो जाती हैं। प्लाक ब्लड सेल्स को नुकसान पहुंचाती जाती हैं और रक्त के थक्के बनाती हैं।
हार्ट अटैक तब होता है जब रक्त का थक्का पूरी तरह से रक्त के प्रवाह को अवरुद्ध करता है और दिल की मांसपेशियों में रक्त प्रवाह को गंभीरता से कम कर देता है। इस कारण से मरीजों को छाती में दर्द का सामना करना पड़ता है। यदि जल्द से जल्द ब्लॉकेज का इलाज नहीं किया गया तो इससे हृदय की मांसपेशियों को नुकसान होगा। – हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर में अंतर
हार्ट अटैक से बचने के उपाय
1. तनाव कार्डियोवैस्कुलर बीमारी में योगदान देता है और, यदि तनाव गंभीर हो, तो हार्ट अटैक या अचानक मौत हो सकती है। व्यायाम और पर्याप्त नींद तथा दूसरी चीजों से अपने तनाव को कम करें।
2. कार्डियोवैस्कुलर बीमारी को लेकर किए गए एक शोध में यह कहा गया है कि हफ्ते में 4-5 दिन 30 मिनट की एक्सरसाइज हार्ट अटैक के खतरे को काफी कम कर देता है।
3. एक अध्ययन से पता चलता है कि महिलाओं के सिगरेट पीने से हार्टअटैक होने का खतरा दुगुना हो सकता है। एक अन्य शोध से बात सामने आई है कि धूम्रपान करने वाले युवाओं में पहला हार्ट अटैक 20 से 25 वर्ष तक की उम्र तक आ सकता है।
4. हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों में दिल के दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। हार्ट अटैक से बचने के उपाय में अपने कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखें।
5. हाई ब्लडप्रेशर से बॉडी के दूसरे अंगों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। अगर इसे नियंत्रित नहीं किया गया, तो हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है।
6. सब्जियां, फल, सेम, साबूत अनाज और कम वसा वाला डेयरी उत्पाद आदि का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें। घुलनशील फाइबर से भी कार्डियोवैस्कुलर बीमारी के जोखिम को कम किया जा सकता है। इसलिए फाइबर वाले आहार का सेवन कीजिए। – महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण