शरीर को सामान्य रूप से बढ़ने और विकसित करने के लिए विटामिन की आवश्यकता होती है। आपके शरीर को 13 तरह के विटामिन की जरूरत होती हैं। विटामिन ए उन्हीं में से एक है। आज हम विटामिन ए की कमी के लक्षण के बारे में बात करेंगे। वैसे आपको बता दें कि विटामिन ए की कमी का सबसे ज्यादा खतरा गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं, शिशुओं तथा बच्चों को हैं।
विटामिन ए क्या है ?
दरअसल विटामिन ए एक वसा-घुलनशील विटामिन है जो दृष्टि, एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम), प्रजनन और अच्छी त्वचा के स्वास्थ्य सहित कई शारीरिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है।
खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले दो प्रकार के विटामिन ए होते हैं: प्री-फॉर्म विटामिन ए और प्रो-विटामिन ए। प्री-फॉर्म विटामिन ए को रेटिनोल भी कहा जाता है और आमतौर पर यह मांस, मछली, अंडे और डेयरी उत्पादों में पाया जाता है। दूसरी तरफ, शरीर लाल, हरे, पीले और नारंगी फल और सब्जियों जैसे खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाली कैरोटेनोइड को प्रो-विटामिन ए में परिवर्तित करता है। – विटामिन सी किसमें पाया जाता है
विटामिन ए की कमी के लक्षण
रुखी त्वचा या ड्राई स्किन
विटामिन ए की कमी के लक्षण में पहला लक्षय तो यही है कि इसमें आपकी त्वचा रुखी या शुष्क हो जाती है। त्वचा कोशिकाओं के निर्माण और मरम्मत के लिए विटामिन ए महत्वपूर्ण है।
यह कुछ त्वचा की समस्या के कारण सूजन से लड़ने में भी मदद करता है। एक्जिमा और अन्य त्वचा की समस्याओं के विकास के लिए कुछ हद तक विटामिन ए को दोषी माना जाता है। एक्जिमा एक ऐसी स्थिति है जो शुष्क, खुजली और सूजी हुई त्वचा का कारण बनती है।
विटामिन ए की कमी से ड्राई आई
ड्राई आई या शुष्क आई भी विटामिन ए की कमी के संकेतों में से एक है। दरअसल विटामिन ए की कमी का असर सीधे आंख पर पड़ता है। यदि आपके शरीर को पर्याप्त विटामिन ए नहीं मिलता है तो आपको अंधेपन की शिकायत हो सकती है। वैसे ड्राई आई विटामिन ए की कमी के पहले संकेतों में से एक है।
रात को दिखाई नहीं देना
यदि किसी को विटामिन ए की कमी के लक्षण का पता करना है तो एक लक्षण यह है कि उसे रात को दिखाई नहीं देगा या नाईट ब्लाइंडनेस की समस्या होगी। ज्यादातर यह समस्या विकासशील देशों में देखी गई है। इसलिए आंखों के स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। – विटामिन डी की कमी को कैसे पूरा करे
विटामिन ए की कमी का संकेत है मुंहासे
चूंकि विटामिन ए त्वचा के विकास को बढ़ावा देता है और सूजन से लड़ता है, यह मुंहासे को रोकने या इलाज में मदद कर सकता है। कई अध्ययनों ने कम विटामिन ए के स्तर को मुंहासे की उपस्थिति से जोड़ा है। शोध से पता चलता है कि विटामिन ए युक्त क्रीम 50 फीसदी तक मुंहासे के घावों की संख्या को कम कर सकता है।
विटामिन ए के ओरल और टोपिकल दोनों रूप में अक्सर मुंहासे के इलाज में प्रभावी होते हैं, लेकिन इससे अवांछित दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।
गले और छाती के संक्रमण
विटामिन ए की कमी के संकेत में गले और छाती के संक्रमण भी शामिल है। विटामिन ए की खुराक श्वसन पथ संक्रमण या रेस्पिरेट्री ट्रैक इंफेक्शन में मदद कर सकती है। विटामिन ए की खुराक अंडरवेट बच्चों को संक्रमण से बचा सकती है।
चोट को ठीक करने में करे देरी
यदि आपके शरीर में विटामिन ए की कमी है तो इससे चोट को ठीक करने में देरी हो सकती है। चोट या सर्जरी के बाद अच्छी तरह से ठीक नहीं होने वाले घावों को विटामिन ए की कमी से जोड़ा गया है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि विटामिन ए स्वस्थ त्वचा का एक महत्वपूर्ण घटक कोलेजन के निर्माण को बढ़ावा देता है जो चोट को ठीक करने में मदद करते हैं। कोलेजन हमारे शरीर के उन प्रमुख प्राकृतिक प्रोटीन्सम में से एक है जो हमारी त्वचा को लचीली, मुलायम एवं जवां बनाये रखता है। चूहों में एक अध्ययन में पाया गया कि विटामिन ए से कोलेजन के उत्पादन में सुधार हुआ है। – विटामिन ई की कमी के लक्षण और स्रोत
ग्रोथ में देरी
जिन बच्चों को पर्याप्त विटामिन ए नहीं मिलता है, उनके शारीरिक और मानसिक विकास में देरी हो सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मानव शरीर के उचित विकास के लिए विटामिन ए आवश्यक है। कई अध्ययनों से पता चला है कि विटामिन ए की खुराक, अकेले या अन्य पोषक तत्वों के साथ, आपके ग्रोथ में सुधार हो सकता है। इनमें से अधिकतर अध्ययन विकासशील देशों के बच्चों पर किया गया था।
बांझपन और गर्भ धारण में परेशानी
पुरुषों और महिलाओं दोनों के साथ-साथ बच्चों में उचित विकास के लिए विटामिन ए आवश्यक है। अगर महिलाओं को गर्भवती होने में परेशानी हो रही है, तो विटामिन ए की कमी कई कारणों में से एक कारण हो सकता है। विटामिन ए की कमी से पुरुषों और महिलाओं दोनों में बांझपन हो सकता है।