कई शोध अध्ययनों से पता चला है कि जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड बच्चों में मोटापा, हृदय रोग और मधुमेह और अन्य पुरानी बीमारियों बढ़ाने का काम करते हैं। अब आपके दिमाग में यह आता होगा कि जंक फूड किसे कहते है और इससे होने वाले हानिकारक प्रभाव क्या है।
अगर जंक फूड के प्रभाव की बात करे तो वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने विभिन्न अध्ययनों के माध्यम से भी संकेत दिया है कि जंक फूड वास्तव में आपके दिमाग को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। चिंताजनक बात यह है कि यदि आप कुछ दिनों तक जंक फूड का नियमित सेवन करते हैं तो इससे आपके अंदर मानसिक बीमारी भी पैदा हो सकती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि जंक फूड क्या है और इससे होने वाले प्रभाव क्या है।
जंक फूड किसे कहते है
जंक फूड प्रोसेस्ड फूड होते हैं जिनमें उच्च कैलोरी होती है। इस तरह के आहारों में पोषक तत्वों की मात्रा बहुत ही कम होती है तथा नमक, शुगर और फैट इसमें बहुत ही ज्यादा होता है।
दिमाग और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए आवश्यक खनिज, विटामिन और फाइबर की जरूरत होती है, लेकिन जंक फूड में ये सभी चीजें बहुत ही कम मात्रा में होती है या भी न के बराबर होती है। ऐसे खाद्य पदार्थ कैलोरी में अधिक होते हैं। इसके अलावा इस तरह के आहार में कुछ ऐसे तत्व डाले जाते हैं ताकि आप इसे बार-बार खरीदकर खाएं। बर्गर, सॉसेज, कैंडीज, सोडा, पिज्जा और इसी तरह के कुछ लोकप्रिय जंक फूड आपके लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।
जंक फूड के हानिकारक प्रभाव
जंक फूड के प्रभाव से हाई ब्लड प्रेशर
अधिकांश जंक फूड सोडियम यानि नमक पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। जंक फूड के नियमित सेवन से रक्तचाप के स्तर में काफी वृद्धि हो सकती है। उच्च रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर दिल के दौरे और यहां तक कि स्ट्रोक जैसे भयंकर बीमारियों का कारण बन सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ एक दिन में 2400 मिलीग्राम सोडियम लेने की सलाह देते हैं। आपको बता दे कि अकेले आलू के चिप्स के दस-औंस पैक में 1680 मिलीग्राम सोडियम होता है।
मोटापा
जंक फूड की लत वजन बढ़ाने का काम करती है। जंक फूड से होने वाले सबसे आम दुष्प्रभावों में से एक मोटापा है। जंक फूड में शुगर, कैलोरी और वसा की भरमार होती है। मोटापा बाद में आपके लिए मधुमेह, कैंसर या गठिया जैसी बीमारी का कारण बन सकता है। – मोटापा बढ़ाने वाली बुरी आदतें
जंक फूड से दांत होते है खराब
जंक फूड और कार्बोनेटेड पेय आमतौर पर शुगर का एक भंडार होता है। सोडा और पॉप ड्रिंक का अत्यधिक सेवन आपके मौखिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। जंक फूड के नियमित सेवन से आपके दांतों में सड़न और मसूड़े की बीमारी हो सकती है। इसलिए यदि आप दांतों को सुरक्षित देखना चाहते हैं तो आप जंक फूड खाना छोड़ दीजिए। – दांत उखाड़ने के बाद क्या करना चाहिए
थकावट पैदा करे
यदि आप नियमित रूप से जंक फूड का सेवन कर रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आप स्वस्थ और संतुलित आहार नहीं ले रहे हैं। आवश्यक विटामिन और खनिजों की अनुपस्थिति में, आप थकान से पीड़ित हो सकते हैं। रात को अच्छी नींद लेने के बाद भी आपके अंदर उर्जा की कमी महसूस होगी। लगातार थकावट आपकी एकाग्रता के स्तर को नुकसान पहुंचा सकती है।
आपको बता दें कि जंक फूड परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट के साथ भरपूर होते है जो आपके रक्त शर्करा या ब्लड शुगर के स्तर में तेजी से उतार-चढ़ाव का कारण बनते है। इससे आपको चिंता, भ्रम और थकान हो सकती है।
डिप्रेशन बढ़ाए जंक फूड
बहुत से अध्ययनों से पता चला है कि चीनी और वसा में उच्च आहार लेने से वास्तव में मस्तिष्क की रासायनिक गतिविधि में परिवर्तन होता है जिससे आप ऐसे खाद्य पदार्थों पर अधिक निर्भर हो जाते हैं, और जो लोग अधिक जंक फूड का सेवन करते हैं उनमें डिप्रेशन बढ़ता है।