थायराइड गर्दन के बेस पर एक छोटा सा तितली के आकार का ग्रंथि है। इसका काम हार्मोन बनाना है जो ऊर्जा, मेटाबॉल्जिम, मनोदशा, हृदय गति और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को विनियमित करता हैं। इसके लक्षणों में वजन, थकान, शुष्क त्वचा, सुस्त सोच और अवसाद शामिल है। आइए जानते हैं कि हमें थायराइड में क्या खाना चाहिए।
सेलेनियम में उच्च खाद्य पदार्थ
कैल्शियम और आयरन जैसे पोषक तत्वों की तरह स्वस्थ शरीर के लिए सेलेनियम की भी उतनी ही आवश्यक है। अध्ययन से पता चलता है कि सेलेनियम की कमी थायराइड विकारों का एक प्रमुख कारण हो सकता है। सेलेनियम की कमी को पूरा करने के लिए आप अंडा, सोया प्रोडक्ट, ब्राजील नट आदि का सेवन कर सकते हैं।
कॉपर और आयरन युक्त भोजन
कॉपर और आयरन युक्त आहार लें क्योंकि यह भी थायरॉइड फंक्श्न को प्रभावित करते हैं। काजू, बादाम और सूरजमुखी के बीज में कॉपर की सबसे ज्याॉदा मात्रा होती है और हरी पत्तेभदार सब्जियों में आयरन भरपूर मात्रा में होता है।
सब्जियों के अलावा आप चुकंदर, नारियल, कद्दू के बीज, सरसों के बीज, तिल, पिस्ता, कद्दू, शकरकंदी काजू, किशमिश, साबुत धनिया, सोयाबीन, लोबिया और राजमा को शामिल करें।
पेक्टिन में समृद्ध खाद्य पदार्थ
पेक्टिन शरीर से विषैले पदार्थ को निकालने में भी सहायता करता है। ये केंसर बनने से भी रोकता है। साथ ही ये पेट में लेक्टिक एसिड बनने से रोकता है। पेट को अच्छा रखने में ये किसी दूसरे फ्रूट से कहीं बेहतर है। इसके अला पेक्टिन आपके थायरॉइड के लिए भी अच्छा होता है।
नाशपाती, प्लम, और खट्टे फल पेक्टिन में समृद्ध हैं। यह एक फाइबर है जो भारी धातुओं, विशेष रूप से पारा के शरीर को साफ करने में मदद करता है, जो उच्च जोखिम वाले लोगों में थायराइड हार्मोन से जुड़ा हुआ है।
आयोडीन युक्त भोजन
थायरॉइड रोगी को उन पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिसमें आयोडीन की भरपूर मात्रा हो क्योंनकि इसकी मात्रा थायरॉइड फंक्शन को प्रभावित करती है। दरअसल थायराइड को थायराइड हार्मोन की पर्याप्त मात्रा में संश्लेषित करने के लिए आयोडीन की आवश्यकता होती है।
अध्ययन से पता चलता है कि आयोडीन की कमी से थायराइड की समस्याएं हो सकती हैं। सी फूड खासकर मछलियों में आयोडीन की मात्रा भरपूर होती है इसलिए इन्हें आहार में शामिल करना न भूलें।
फाइबर से भरपूर आहार
फाइबर आपके पाचन शक्ति के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। कब्ज को रोकने या कम करने में यह मदद कर सकती हैं। थायराइड विकार वाले लोगों के बीच एक यह आम शिकायत रहती है। फाइबर के अच्छे स्रोत में जौ, दलिया, सेम, नट और फल जैसे सेब, बेरी, खट्टे फल और नाशपाती शामिल हैं।
विटामिन और मिनरल्स
थायरॉइड के मरीज विटामिन और मिनरल्स वाले चीजों को डाइट का हिस्सा बनाएं। यह थायरॉइड की अनियमितता में फायदेमंद होता है। पनीर, हरी मिर्च, टमाटर, प्यांज, लहसुन, मशरूम में पर्याप्त मात्रा में विटामिन और लवण पाए जाते हैं। इसके अलावा उन्हें अपने आहार में विटामिन डी वाले आहार का सेवन करना चाहिए।
ओमेगा 3 फैटी एसिड
ओमेगा -3 फैटी एसिड में समृद्ध खाद्य पदर्थ सूजन को कम करने में मदद करते हैं और इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायता करते हैं। थायरॉइड के समय आप इसका सेवन कर सकते हैं। ओमेगा 3 फैटी एसिड के लिए आप सैल्मन, अखरोट और सूरजमुखी के बीज का सेवन कर सकते हैं।
कम वसा युक्त भोजन
थायरॉइड के रोगी इस बात का ध्यान दें कि उन्हें अपने आहार में कम वसा युक्तइ भोजन को शामिल करना चाहिए। कोशिश करें कि आप ट्रांस फैट से दूरी बनाएं। इसके साथ ही गाय का दूध भी थायरॉइड के रोगी के लिए फायदेमंद होता है। खाना बनाने के लिए नारियल तेल का इस्तेमाल करना भी लाभकारी रहेगा।