मासिक धर्म के दौरान स्त्रियों को सहनीय दर्द होना आम और स्वाभाविक है। सामान्य तौर पर इसे मासिक धर्म का ही अंग माना जाता है। हालांकि, कई स्त्रियों को इस दौरान तेज दर्द से गुजरना पड़ता है। मासिक धर्म के दौरान निरंतर असहनीय दर्द होना चिंता की बात है। ऐसी स्थिति में चिकित्सक की सलाह लें।
क्या हैं मासिक धर्म के समय दर्द के लक्षण
निरंतर असहनीय तेज दर्द पीड़ादायी होती है। इस दौरान कमर, जाँघ या पीठ आदि में दर्द का एहसास मन को बेचैन कर देता है। इस बेचैनी के कारण किसी काम में मन नहीं लगता है। हमेशा लेटे रहने की इच्छा होती है। इस दौरान थोड़ा काम करने पर भी शरीर में दर्द शुरू हो जाती है।
मासिक स्राव के समय या उससे दो या तीन दिन पहले से दर्द का एहसास होता है। यह दर्द नियमित अंतराल पर होती है और फिर रूक जाती है। इसके बाद यह फिर शुरू हो जाती है। कई बार यह दर्द इतनी पीड़ादायी होती है कि स्त्रियाँ अपने होश तक गँवा बैठती हैं। कई स्त्रियाँ में यह दर्द मासिक स्राव के साथ शुरू होती है और इसके रूकने पर यह भी स्वत: समाप्त हो जाती है।
क्या हैं तेज दर्द के कारण
इस असहनीय दर्द के कई कारण हैं जिनमें से ये प्रमुख हैं:-
श्वेत प्रदर या किसी संक्रमण अथवा पुराने रोग के कारण स्त्रियों को इस दर्द का एहसास होता है। सम्भोग के दौरान लिंग के प्रहार से योनि के आघात होने पर दर्द पीड़ादायी हो जाती है। योनि मार्ग के छोटे होने या उसकी गहराई कम होने के कारण भी मासिक धर्म के दौरान दर्द असहनीय हो जाती है। रोगों से लड़ने की शक्ति कम होने या अधिक चिंता इसकी वजहों में शामिल हैं। सम्भोग से विरक्ति या अति आसक्ति भी इसका एक कारण है।
मासिक धर्म के समय दर्द को दूर करने के उपाय
संतुलित और पौष्टिक आहार को अपने भोजन में शामिल करें। मासिक स्राव की अवधि में सम्भोग से परहेज करें। रक्त में हिमोग्लोबिन की मात्रा की जाँच करा लें। शारीरिक व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनायें।
मासिक धर्म के समय नियम
1. वैसे बहुत से लोग सलाह देते हैं कि मासिक धर्म के दौरान आपको आराम करना चाहिए तथा व्यायाम नहीं करना चाहिए। मासिक धर्म के समय व्यायाम या योगा करना तब तक सुरक्षित है जब तक आप बहुत अधिक मेहनत नहीं करते हो। माना जाता है कि व्यायाम से मासिक चक्र के दौरान होने वाले दर्द से भी राहत मिलती है। इसमें आप हलके वज़न वाले व्यायाम, वॉकिंग एरोबिक्स, स्ट्रेचिंग कर सकते हैं।
2. आप मासिक चक्र में होने वाले दर्द के दौरान गेहूं, अजमोद, अनानास, अदरक, पालक, जई, गोभी, ब्रोकोली और केला आदि का सेवन कर सकते हैं।
3. इसके अलावा डॉक्टरों का मानना है कि यदि पीरियड के दौरान महिला को किसी तरह के इन्फेक्शन की आशंका है तो सेक्स कदापि नहीं करना चाहिए।