ज्येष्टिकासन और अद्वासन की विधि और फायदे

काम करते-करते शारीरिक और मानसिक थकाव का होना आज के इस युग में कोई नई बात नहीं है। लेकिन यह संभव है कि शिथिलीकरण से आप अपने तन और मन की थकान को दूर कर सकते हैं। नीचे हम शिथिलीकरण के दो व्यायाम बता रहे हैं जिसे यदि आप नियमित रूप से करते हैं तो आपको बहुत ही ज्यादा फायदा होगा। 

1. अद्वासन

अद्वासन करने की विधि

सीधे पेट के बल लेट जाइए। पैर को पीछे की ओर और दोनों भुजाओं को सामने की जमीन पर टिका दीजिए। इसमें आपका चेहरा भी जमीन से सटा होना चाहिए। इस अवस्था में होने के बाद आप शवासन की तरह पूरे शरीर को ढीला छोड़ दीजिए। 

इसमें श्वास सामान्य हो तथा खुद को एकाग्र रखिए। इसके लिए आप श्वास लेते और छोड़ते समय गिनती का साहारा ले सकते हैं। इस आसन को शिथिलीकरण के अन्य आसनों की तरह जितनी देर हो सके कर सकते हैं। लेकिन फिर भी इसे आसनों से पूर्व कुछ मिनट के लिए आभ्यास कर सकते हैं।

अद्वासन के लाभ

सामने की ओर झुके शरीर के लिए यह आसन बहुत ही उपयोगी है। स्लिप डिस्क के लिए यह आसन बहुत ही ज्यादा सहायक है। 

2. ज्येष्टिकासन 

ज्येष्टिकासन करने की विधि 

पैरों को सीधे रखते हुए पेट के बल लेट जाइए तथा हाथों की अंगुलियों को एक-दूसरे में फंसाकर सिर के पिछले भाग पर सटा दीजिए। शवासन की तरह पूरे शरीर को ढीला छोड़ते हुए श्वास-प्रस्वास का ध्यान कीजिए। इस अवस्था में श्वास सामान्य हो। ध्यान रखिए श्वास लेते और छोड़ते समय खुद को एकाग्र कीजिए। 

ज्येष्टिकासन के लाभ 

महिलाओं के लिए यह आसन बहुत ही ज्यादा लाभकारी है। 

सावधानी

ध्यान रहे जिन्हें पैरों या जांघों में कोई गंभीर बीमारी हो, तो वह योग विशेषज्ञ से राय लेकर आसन करें। इसके अलावा हर्निया होने पर इस आसन को कभी न करें।