अक्सर देखा जाता है कई बच्चों को बचपन में अंगूठा चूसने की आदत होती है। बच्चों की इस आदत से कई माता-पिता परेशान भी रहते हैं। लेकिन चाहकर भी वो बच्चे की अंगूठा पीने की आदत छुड़ा नहीं पाते हैं। कई बार माता-पिता बच्चों को डरा धमकाकर अंगूठा चूसने की आदत को छुड़ाने की कोशिश करते है। लेकिन ध्यान रहे, ऐसा करने से बच्चे के कोमल मन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। कई डॉक्टर ये भी दावा करते हैं कि बच्चे अंगूठा तभी पीते हैं जब वो तनाव में होते हैं जिसका सीधा मतलब है कि माता-पिता को अंगूठा पीने वाले बच्चों को डांटना बिल्कुल भी नहीं चाहिए।
लगातार अंगूठा चूसने के परिणाम
बच्चों द्वारा लगातार अंगूठा चूसते रहने से नाखून की गंदगी पेट में जाने से शिशु बीमार हो सकता है। इसके साथ ही अंगूठा चूसने से बच्चे का अंगूठा थोड़ा कमजोर भी हो सकता है।
बच्चे क्यों चूसते हैं अंगूठा
अंगूठा चूसना बच्चों की पुरानी और आम आदत है। ऐसा करने से एंडोफिन्स नामक द्रव्य का उत्पादन होता है जिससे शिशु का दिमाग शांत हो जाता है और उसे जल्द नींद आ जाती है।
क्या न करें
अक्सर देखा जाता है कि बच्चों के अंगूठा पीने की आदत को छुड़ाने के लिए माता-पिता बच्चे के अंगूठे में मिर्च लगा देते हैं। ऐसा करने से बच्चे को काफी परेशानी होती है। इस लिहाज से यह एक अच्छी युक्ति नहीं कही जा सकती। अभिभावकों के लिये जबरदस्ती इस आदत को छुड़ाने को कोशिश करने पर यह देखा गया है कि बच्चे को क्रोध आता है और बच्चा इस आदत को नहीं छोड़ पाता है। इसलिए बेहतर होगा कि माता-पिता को बच्चे के दिमाग को दूसरी तरफ केंद्रित करने की कोशिश करनी चाहिए। अंगूठा चूसने की आदत से बच्चे को छुटकारा दिलाने के लिये धीरे से अंगूठे को बच्चे के मुंह से हटाकर उसके मुंह में शुगर कैंडी डाली जा सकती है।
इस तरह माता-पिता अपने बच्चों की अंगूठा पीने की आदत को छुड़ा सकते हैं। लोगों के बहकावे यानी सुनी-सुनायी बातों पे में न जाए और बच्चे के अंगूठे पर कोई भी रासायनिक चीज न लगाएं क्यों कि अंगूठे पर लगायी जाने वाली कोई भी रासायन आपके बच्चे के पेट में जाएगा जिससे बच्चे और उसके माता-पिता को बड़ा नुकसान भुगतना पड़ सकता है।