आयुर्वेद में अमृत फल के नाम से मशहूर आंवला विटामिन ‘सी’ का सबसे बड़ा भण्डार है। इसके अलावा इसमें गैलिक एसिड, टैनिक एसिड, शर्करा तथा कैल्शियम भी पाया जाता है। इसका उपयोग न केवल आयुर्वेदिक में बल्कि कॉस्मेटिक में भी किया जाता है। आइए इसके गुणों के बारे में जानते हैं।
आंवले के गुण
भूख न लगने पर आंवला का प्रयोग
विटामिन ‘सी’ से भरपूर आंवले में भूख बढ़ाने के तत्व मौजूद होते हैं। इसके चूर्ण के सेवन से भूख न लगने की समस्या दूर हो सकती है।
कब्ज में राहत देता है आंवला
रात को सोते समय एक चम्मच सूखे आंवले का चूर्ण दूध के साथ लेने पर सुबह खुलकर पेट साफ हो जाता है। इसके अलावा आंवले का मुरब्बा भी पेट के लिए सही होता है।
पेट और आंतो के छाले में फायदेमंद है आंवला
ताजे आवलों के रस को शहद के साथ कुछ दिन तक सेवन करने से पेट और आंतों के छाले ठीक हो जाते हैं। इतना ही नहीं यह मुंह के छालों को भी दूर करने में कारगर है।
बलगम के लिए आरामदायक है आंवला
सूखा आंवला और मुलहठी को बारीक करके दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लेने पर बलगम साफ हो जाता है।
वजन घटाने में मदद करता है आंवला
आंवले के सेवन से शरीर में प्रोटीन का स्तर बढ़ता है और नाइट्रोजन संतुलित रहता है जिससे फैट्स बर्न होता है और वजन घटाने में मदद मिलती है।
सर चकराना – फायदेमंद है आंवला
चक्कर आते हों या जी घबराता हो तो आंवला इसका सही उपाय है। इसका शरबत बनाकर पीजिए चक्कर आना बंद हो जाएगा।
लिकोरिया में फायदेमंद है आंवला
लिकोरिया या व्हाइट डिस्चार्ज होता हो तो आंवला तीन ग्राम बारीक करके छ: ग्राम शहद में मिलाकर दिन में एक बार खाइए। अच्छे परिणाम देखने को मिलेगा।
दिल की धड़कन
जिनका दिल बहुत धड़कता हो, पचास ग्राम आंवले के मुरब्बे पर चांदी का वर्क लगाकर सुबह खाली पेट बीस दिन खायें, बहुत फायदा करता है।
खासी और सर्दी में फायदेमंद है आंवला
यदि आप खासी और सर्दी से परेशान रहते हैं तो ताजा आंवला खाइए, खासी आना बंद हो जाएगा।
आंख के लिए लाभदायक है आंवला
औषधीय गुणों से भरपूर आंवले के सेवन से आंखों की ज्योती बढ़ती है। सूखा आंवला रात को पानी में भिगो दें व सुबह छानकर इसके पानी से आंखें धोने से नेत्र की ज्योति बढ़ती है।